हाल ही में सैफ अली खान की नई वेब सीरिज ‘तांडव’ रिलीज हुई है. ‘तांडव’ रिलीज होते ही लोगों ने इसका विरोध शुरू कर दिया है. आखिर ऐसा क्या है इस वेब सीरिज में सरकार के कुछ मंत्रियों ने भी एमेज़ॉन प्राइम को चिट्टी लिखकर इस सीरिज पर रोक लगाने की गुजारिश की है. साथ में कहा है की अगर यह सीरिज रोकी नहीं गई तो एमेज़ॉन प्राइम को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा. आइये जानते है क्या है मामला –

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तांडव क्या है ?
‘तांडव’ 16 जनवरी 2021 को एमेज़ॉन प्राइम वीडियो OTT प्लेटफोर्म पर रिलीज हुई है, इस वेब सीरिज में आपको
राजनीति, ड्रामा और धार्मिक विवाद देखने को मिल सकते हैं. इस
वेब सीरिज को डायरेक्ट किया है अली अब्बास ज़फर ने और इसमें अनेक बॉलीवुड की
हस्तियों ने काम किया है. हम यहाँ पर इस टेबल में आपको Fast Knowledge दे रहे हैं –
सीरिज का नाम | तांडव |
कब रिलीज हुई | 16 जनवरी 2021 |
OTT Platform | एमेज़ॉन प्राइम वीडियो |
डायरेक्टर | अली अब्बास ज़फर |
कास्ट | सैफ अली खान,डिंपल कपाड़िया,मोहम्मद जीशान अयूब,सुनील ग्रोवर,कृतिका कामरा,कुमुद मिश्रा और तिग्मांशु धूलिया |
श्रेणी | Political, Hindi, Drama |
Ranking | 2.5 |
तांडव विवादों में
क्यों हैं ?
वैसे तो डायरेक्टर अली अब्बास ज़फर ने
कहानी को बहुत मेहनत से बनाया है लेकिन शायद वो कहीं ना कहीं चुक गये हैं.
उन्होंने इस सीरिज में मसाला तो खूब ऐड किया है लेकिन कहीं ना कहीं यह धार्मिक
कारणों की वजह से विवादों में घिरती नजर आ रही है. इस सीरिज पर आरोप लगा है की
इसमें ‘हिन्दू देवी देवताओं का मजाक बनाया गया है’. यही वजह है की आज ट्वीटर पर #TandavBan हैशटैग
ट्रेंड कर रहा है. असल विवाद क्या है यह जानने से पहले हमें ‘तांडव’ की स्टोरी जाननी होगी. तो आइये जानते हैं की
इसमें स्टोरी क्या है.
‘तांडव’ वेब सीरिज की स्टोरी
हमने उपर बताया है इसमें अहम किरदार
में सैफ अली खान हैं, इस सीरिज में इनका नाम समर प्रताप सिंह है. यह एक
राजनेता है और इनके पिताजी देवकी नंदन (तिमांशु धुलिया) भारत के प्रधानमंत्री के
तौर पर नजर आ रहे हैं. समर प्रताप चाहते हैं की उनके पिता सारी पॉवर अब उन्हें दे
दे, लेकिन ऐसा होता नहीं है और समर अपने पिता यानि देवकी
नंदन की हत्या करवा देता हैं. लेकिन फिर भी उन्हें कुर्सी नहीं मिलती है और
प्रधानमंत्री डिंपल कपाड़िया बन जाती है इस सीरिज में इनका नाम अनुराधा किशोर है.
इसमें समर के दोस्त गुरपाल जो की सुनील ग्रोवर है उन्हें समर का मददगार दिखाया गया
है. इसी राजनैतिक युद्ध में VNU के एक युवा नेता शिव यानि
मोहम्मद जीशान अयूब भी कुर्सी की भागदौड़ में शामिल हो जाता है. अब समर यानी सैफ
अली खान को कुर्सी कैसे मिलती है और वह कैसे अपना रास्ता बनाते है इसी के बारें
में इस सीरिज में दिखाया गया है.
तांडव का Fast Evaluate in
Hindi
मैंने इस सीरिज को देखा और मैंने
पाया की इस सीरिज में काफी कुछ अच्छा देखने को मिल सकता था लेकिन डायरेक्टर कहीं
ना कहीं चुक गये हैं. इसमें आईटी सेल, राजनैतिकता और किसान
आन्दोलन को भी शामिल किया गया है. भारत की पांच साल पुरानी राजनीति को दिखाने का
भरपूर प्रयास किया गया है. लेकिन कुछ डायलोग, कुछ बातें और
कुछ सीन ऐसे है जिन्हें शायद हम पंसद ना करें. इस सीरिज में किरदारों की बात करें
तो सभी ने अपना बेस्ट दिया है लेकिन सैफ अली खान के हर एक सीन को स्लोमोशन में
दिखाना ऐसा लग रहा है जैसे टाइम बढाने का प्रयास किया गया है.
बाकी सभी किरदारों ने इसमें ठीक-ठाक
मेहनत की है लेकिन यह सभी के दिल में उतर जाए ऐसी सीरिज नहीं है. हालाँकि अली
अब्बास ज़फर ने हाल ही में दिए गये एक इंटरव्यू में कहा है की वह इसका दूसरा सीजन
भी बनाने वाले हैं. लेकिन अगर ऐसी ही स्टोरी और डायरेकशन रहा तो शायद यह सीरिज एक
फ्लॉप सीरिज मानी जायेगी. मैं इसे 2/10 रेटिंग दूंगा.
हिन्दू देवी
देवताओं का मजाक बनाना पड़ा भारी
हिन्दू महासभा के अध्यक्ष के अनुसार
इस सीरिज में कुछ ऐसे सीन भी डाले गये है, जो हिन्दू भगवान का
मजाक बनाते हैं. इन सीन की वजह से ‘तांडव’ का काफी विरोध हो रहा है. देश के अलग-अलग क्षेत्रों में निर्माता, निर्देशक और कलाकारों पर FIR दर्ज की गई है. हालाँकि
निर्माता अली अब्बास ज़फर और अन्य कलाकारों ने इसपर किसी भी तरह की कोई प्रतिक्रया
नही दी है. वहीं बीजेपी के अनेक नेताओं ने भी इस सीरिज का विरोध करते हुए एमेज़ॉन
प्राइम वीडियो को इस सीरिज को रोकने के लिए चिट्टी लिखी है. उनके अनुसार अगर
एमेज़ॉन प्राइम वीडियो ऐसा नहीं करता है तो वह क़ानूनी कार्यवाही भी करवाएंगे. अब
आगे क्या होता है वह तो कोर्ट के आदेश आने पर ही पता चलेगा.
अगर आपने ‘तांडव’
वेब सीरिज देखी है तो हमें कमेंट में जरुर बताये की आपको यह सीरिज
कैसी लगी. एंव क्या वाकई यह सीरिज हिन्दू की भावनाओं को ठेस पहुंचा रही है. या फिर
ऐसे ही रुमर फैलाये जा रहे हैं. हम आपके जवाब का इंतजार करेंगे.